कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीने गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। बैठक में प्रधानमंत्री ने राज्यों में स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए बंदिशें लगाते समय अर्थव्यवस्था और आम लोगों की आजीविका पर भी गौर करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे पास लड़ाई का दो साल का अनुभव है। महामारी के खिलाफ हमारी तैयारी भी है। ऐसे में हमें कोरोना से लड़ाई में एक महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखना होगा। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों को सलाह दी कि वे कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोई भी रणनीति बनाते समय ध्यान रखें कि लोगों की आजीविका और आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान पहुंचे। साथ ही अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी बरकरार रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के अन्य वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रोन तेजी से फैल रहा है। देश के वैज्ञानिक और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ इस वैरिएंट के दुष्प्रभावों का लगातार आकलन कर रहे हैं। इससे यह बात तो साफ है कि हमें सतर्क रहना है। पैनिक ना फैले हमें इसको भी ध्यान रखना होगा।
राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेस के जरिए संवाद के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मौसम के मद्देनजर लोगों के साथ ही प्रशासन की भी मुस्तैदी में कमी नहीं आनी चाहिए। कोविड-19 संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे समस्याएं उतनी ही कम होंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- हम भारत के 130 करोड़ लोग, अपने सामूहिक प्रयासों से निश्चित रूप से कोरोना महामारी से विजयी होंगे। रही बात ओमिक्रोन की तो इसके बारे में प्रारंभिक तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। यह वैरिएंट सामान्य आबादी को पिछले वाले वैरिएंट की तुलना में कई गुना तेजी से संक्रमित कर रहा है।