उत्तर प्रदेश में भाजपा और सहयोगी दलों- अपना दल और निषाद पार्टी के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो गया है। अब तक की बातचीत के आधार पर अपना दल को 17 सीटें तक दी जा सकती हैं जिनमें से 15 तय हो चुकी हैं। निषाद पार्टी को 10-12 सीटें दिए जाने की बात है। इसके साथ एक सीट विधान परिषद में भी मिल सकती है। वैसे सीटों पर अंतिम निर्णय से पहले ही अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ आकर बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर दिया।
सहयोगी दलों के साथ लंबी बैठक
बुधवार को नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अपना दल और निषाद पार्टी के साथ लंबी बैठक हुई। सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा शुरू हुई तो विधान परिषद और सरकार बनने की दशा में मंत्रियों के कोटे तक पर विचार मंथन शुरू हो गया। सहयोगी दल हर मुद्दे पर अभी से स्थिति स्पष्ट करना चाहते थे। बहरहाल आखिरी निर्णय नहीं पाया, लेकिन अगले एक-दो दिन में कर लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, अपना दल की ओर से कम से कम 20 सीटों की मांग की गई थी लेकिन संभवत: उसे 17 तक सीमित कर लिया जाएगा। सरकार बनने की स्थिति और अपना दल विधायकों की संख्या के आधार पर दो मंत्री पद की भी मांग की गई। अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन इस पर बातचीत का आश्वासन है।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष 15 सीटें चाहते थे, लेकिन उन्हें अधिकतम 12 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।बहरहाल, बुधवार को लंबी बैठक इसलिए चली क्योंकि सभी असमंजस खत्म करना चाहते थे। बैठक के बाद सामूहिक फोटो हुआ और उसके बाद नड्डा के साथ दोनों दलों के नेताओं ने आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी के कामकाज की प्रशंसा की और फिर से सरकार बनने का दावा किया
। नड्डा ने गरीब कल्याण से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और माफिया राज के खात्मे की बात गिनाई।