कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन 16 राज्यों तक पहुंच गया है, लिहाजा सरकार सतर्क हो गई है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस वैरिएंट के प्रति सतर्क और सावधान रहने के निर्देश दिए। राज्यों के साथ बेहतर तालमेल के साथ ओमिक्रोन से निपटने की जरूरत बताते हुए उन्होंने कम टीकाकरण और अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में केंद्रीय टीमें भेजकर राज्यों को सहयोग करने को कहा।
देश में टीकाकरण अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सभी व्यस्क लोगों के पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने की जरूरत है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगने के बाद 27 नवंबर को जारी पहली एडवाइजरी के बाद से अब तक उठाए गए कदमों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी।
बैठक की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने देश और दुनिया में ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण की ताजा स्थिति पर संक्षिप्त प्रजेंटेशन दिया। साथ ही इससे निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी दिशानिर्देशों के बारे में बताया। ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों के राज्यवार आंकड़ों के साथ प्रधानमंत्री को संक्रमितों के टीकाकरण, अस्पताल में भर्ती के दौरान इलाज की जरूरतों आदि की विस्तृत जानकारी दी गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 27 नवंबर के बाद से वे लगातार राज्यों के साथ संपर्क में हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
प्रजेंटेशन के बाद प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को राज्यों के साथ बेहतर तालमेल के साथ काम करने का निर्देश दिया। उनका कहना था कि इससे निपटने के लिए राज्यों और केंद्र को एक होकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और इससे बचने के लिए मास्क, दो गज की दूरी और सफाई जैसे कोरोना अनुकूल व्यवहार अब भी उतने ही अहम हैं।
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि नए वैरिएंट से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए पूरे देश में जिला स्तर पर स्वास्थ्य ढांचा तैयार हो जिसमें आक्सीजन संयंत्रों का पूरी तरह चालू होना भी शामिल है। साथ ही इन संयत्रों को चलाने के लिए प्रशिक्षित और कुशल कामगारों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जमीनी स्तर पर एंबुलेंस, आइसोलेशन की जगह और होम आइसोलेशन की स्थिति में निगरानी तंत्र पूरी तरह तैयार रहे।